संगीत महाविद्यालय दुर्ग में बाल गीत गायन का आयोजन
संगीत महाविद्यालय दुर्ग द्वारा बाल दिवस के शुभ अवसर पर एक मनोरंजक गीत गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न लोकप्रिय और देशभक्ति गीतों का गायन किया, जिससे वातावरण ऊर्जमय एवं उत्साहपूर्ण हो गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. ऋचा ठाकुर ने करते हुए कहा कि हर मनुष्य के मन एक बच्चे की तरह होता है ,अपने बचपन की यादें हमेशा उत्साह देती हैं कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए प्रमुख गीतों छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति में गाए जाने वाले बाल गीत "गोबर दे बछरू", फुगड़ी , के साथ ही "लकड़ी की काठी", ", "वंदे मातरम" सहित अन्य गीत शामिल थे। इन गीतों के माध्यम से बच्चों की रचनात्मकता और संगीत प्रतिभा को प्रदर्शित किया गया। दीपिका एवं सुमन ने जनजातीय रिलो गीत प्रस्तुत किया। मांदल पर अरुण कुमार , हारमोनियम में मिंटू राम, खड़ताल में छविकांत, मनीष कुमार ने संगति की । कार्यक्रम का उद्देश्य छात्र छात्राओं को मनोरंजन प्रदान करना तथा संगीत के प्रति उनकी रुचि बढ़ाना था। । उन्होंने छात्रों के प्रदर्शन की सराहना की और बाल दिवस की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन भारती जंघेल अतिथि प्राध्यापक लोक संगीत, धन्यवाद ज्ञापन डॉ बाबूलाल सिंह अतिथि प्राध्यापक हिंदुस्तानी गायन ने किया। विशेष रूप से गेस्ट फैकल्टी डॉ. निधि वर्मा , वत्सल तिवारी और यशवंत साहू उपस्थित थे ।